देश हो या विदेश आंतरिक हो या बाहय सभी को अपनी
सुरक्षा के लिए सैन्य शक्तियों का सहारा जरूरी होता है जिससे देश पर होने वाले
हमले से वंहा के नागरिकों की रक्षा कर दुश्मन को मारा जा सके। हाल ही में पाकिस्तानी
मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल फायरपावर्स 2019 की सैन्य शक्ति से
संबंधित रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। इसमें बताया गया है कि विश्व की सर्वाधिक
शक्तिशाली सेनाओं में पहले स्थान पर अमेरिका की सेना है। दूसरे नंबर पर रूस व
तीसरे नंबर पर चीन है।
भारत का स्थान चौथा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्लोबल
फायरपावर ने इस सूची में 137 देशों की सेनाओं को शामिल किया है। इनकी रैंकिंग इनके
पास मौजूद हथियारों और सैनिकों की संख्या मात्र से नहीं की गई है बल्कि इस बात को
आंका गया है कि हथियार कितने तरह के हैं। सेना की कुल श्रमशक्ति कितनी है। उस देश
की जनसंख्या,
भूगोल व विकास के संदर्भ में सैन्य शक्ति का क्या
स्वरूप है। रैंकिंग में परमाणु हथियार संपन्न देशों को बोनस अंक दिए गए हैं,लेकिन अंतिम रैंकिंग में इन अंकों को शामिल नहीं किया गया है।
विभिन्न पैमानों के आधार पर सर्वाधिक 25 शक्तिशाली सेनाओं को सूची में जगह दी गई
है।
रैंकिंग के अनुसार, भारत के पास कुल 3462500 सैन्य
कर्मी हैं। कुल 2082 विमान और 4184 लड़ाकू टैंक हैं। एक विमानवाहक पोत और कुल 295
नौसेना संपत्तियां हैं। भारत का कुल रक्षा बजट 55.2 अरब डॉलर का है। रैंकिंग के
अनुसार, पाकिस्तान के पास कुल 1204000 सैन्य कर्मी हैं। सेना के पास कुल
1342 विमान हैं जिनमें 348 लड़ाकू विमान हैं।
देश का रक्षा बजट सात अरब डॉलर का है। ग्लोबल फायरपावर के अनुसार विश्व की
पंद्रह शक्तिशाली सेनाओं में क्रमश:- अमेरिका, रूस, चीन, भारत, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया, युनाइटेड किंग्डम, तुर्की, जर्मनी, इटली, मिस्र, ब्राजील, ईरान और पाकिस्तान शामिल हैं।