लोकसभा
चुनावों के बाद कई बदलाव आ सकते है जिसमें टेलिकॉम से जुड़े यूजर्स के लिए प्लान महंगे
होने का बड़ा झटका लग सकता है। मार्केट एनालिस्ट का अनुमान है कि आने वाले दिनों में जिओ और एयरटेल का मार्केट शेयर 82 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।
वहीं, वी और बीएसएनएल
के पास महज 18% मार्केट रह जाएगा। इन दोनों टेलीकॉम कंपनी ने पिछली तिमाही में
जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। जिओ का मार्केट शेयर
अक्टूबर-दिसंबर में 41.6% से बढ़कर 46% तक हो गया है। वहीं, एयरटेल का मार्केट शेयर भी इस दौरान 31.2% से बढ़कर 33.5% हो गया है। पिछले दिनों
एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर बढ़ाने की बात
कही थी। वहीं कई रिपोर्ट्स में भी एयरटेल द्वारा
लोकसभा चुनाव के बाद टैरिफ बढ़ाने की बात सामने आ रही है, जिसका असर देश के करोड़ों यूजर्स पर पड़ेगा। इस समय देश के तीनों प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के
रिचार्ज प्लान की दरों में ज्यादा अंतर नहीं है। एयरटेल और वी के प्रीपेड और पोस्टपेड
प्लान की कीमत लगभग एक जैसी हैं। वहीं, जिओ के रिचार्ज प्लान की कीमत में मामूली अंतर है। एवरेज रेवेन्यू
प्रति यूजर की बात करें तो इस समय एयरटेल का एवरेज रेवेन्यू सबसे ज्यादा 208 रुपये है। वहीं, जिओ का 182 रुपये और वी का 145 रुपये है। एयरटेल कई बार एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर को 300 रुपये तक करने की सिफारिश कर चुका है। हाल में आई Bernstein की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल अपने टैरिफ को 15% तक बढ़ा सकता है।
ऐसे में यूजर्स को पहले के मुकाबले ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि 5G सेवाएं लॉन्च होने के बाद इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से लेकर स्पेक्ट्रम के लिए उन्हें मोटी रकम खर्च करनी पड़ी है। अगर, वो अपना एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर नहीं बढ़ाते हैं तो उन पर वित्तीय बोझ बढ़ सकता है। एयरटेल जहां अपने प्लान की दरें महंगी करने पर विचार कर रहा है, वहीं रिलायंस जिओ ने अब तक अपने टैरिफ बढ़ाए जाने को लेकर कोई संकेत नहीं दिए हैं। कंपनी ने दूसरी तरफ आईपीएल- 2024 शुरू होने से पहले अपने ब्रॉडबैंड यूजर्स को ज्यादा डेटा ऑफर करना शुरू कर दिया है। जिओ के आने के बाद से अन्य टेलीकॉम कंपनियों को अपने प्लान सस्ते करने पड़े थे।
वहीं, ब्रॉडबैंड सेक्टर की बात करें तो मोबाइल की तरह यहां भी जिओ का दबदबा है। मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी साल-दर-साल 37.6% का ग्रोथ दर्ज कर रही है। वहीं, एयरटेल की भी ब्रॉडबैंड पहुंच अब टीयर-2 और टीयर-3 शहरों तक हो गई है। कंपनी
तेजी से एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर की दर को बरकरार रखने के लिए कई प्लान्स के
जरिए टैरिफ एडजस्ट कर रही है।