संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाए गए अंतर्राष्ट्रीय
सहिष्णुता दिवस के अवसर पर पाकिस्तान के विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी
(पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपने बयान में कहा कि देश आधुनिक समय
के सबसे बुरी किस्म की असहिष्णुता के दौर से गुजर रहा है। राष्ट्रीय राजनीति में
घुस चुके राजनैतिक खरपतवारों और
चरमपंथ ने पूरे समाज को इतना नुकसान पहुंचा दिया है कि इसे समझ पाना दूभर हो रहा
है। बिलावल ने कहा कि एक योजना के तहत देश में लोकतंत्र का कमजोर किया जा रहा है।
देश
में निर्णय और शासन की प्रक्रिया में जनता को अप्रासंगिक बना देने के लिए इलेक्शन
(निर्वाचन) को सेलेक्शन (चयन) से बदला जा रहा है। पाकिस्तान में विपक्ष का मानना
है कि इमरान सरकार को जनता ने नहीं चुना है बल्कि इसे सेना जैसे सत्ता
प्रतिष्ठानों ने खुद से सेलेक्ट कर देश
की सत्ता सौंप दी है। पीपीपी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा ही न्याय, समानता और शांति पर आधारित समतामूलक समाज के लिए सहिष्णुता को
बढ़ावा दिया है,लेकिन हमारे
संस्थापक जुल्फिकार अली भुट्टो की न्यायिक हत्या कर दी गई और मुस्लिम जगत की पहली
निर्वाचित महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को बेरहमी से कत्ल कर दिया गया।
बिलावल
ने कहा कि उनके पिता पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुश पाकिस्तान' का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सहिष्णुता के
सबसे बड़े स्तंभ (जरदारी) को आज बिना किसी प्राथमिकी के जेल में रखा गया है और
लगातार खराब हो रही सेहत के बावजूद उन्हें जरूरी चिकित्सकीय सुविधा नहीं दी जा रही
है।
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