Tuesday, March 4, 2025

पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंघल को [आलाधिकारियों] गलत जानकारी देते पोलिस निरीक्षक संदिप बुआ,न्याय के लिए भटक रही जनता

नागपूर:- नागपुर शहर के पुलिस थाना तहसिल गांधीबाग नागपूर के पी आई संदिप बुआ के मनमानी के चलते सरकारी नियमों का उल्लंघन किया  हैं! पुलिस थाना मे 2022से शिकायते है उनका निराकरण आज तक नहीं हुआ और इसलिऐ पिडीत न्याय से वंचित हैं। गुंडागर्दी असामाजिक तत्व को बढावा दिया है! इस संदर्भ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सामाजिक कार्यकर्ता  सुषमा डबराल ने जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त से मांग की है कि वे संदिप बुआ मनमानी पुलिस बंदोबस्त दिया है उसकी जाच हो दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी 
कार्रवाई करें। सुषमा डबराल ने बताया कि तहसील पुलिस थाना मे एक शिकायत कर्ता 21शिकायतें दो साल से पुलिस में लंबित हैं,लेकिन उनका निराकरण नहीं किया है,लेकीन बर्थ डे पार्टी के लिये पोलीस ठाणे सजाया जाता है! सरकारी आदेश (क्रमांक MIS2016/प्र.क्र.97/पोल1/निनं 17/06/2016) के अनुसार, शिकायतों की जांच तीन सप्ताह के भीतर पूरी होनी चाहिए,लेकिन 19 जनवरी 2024 को दर्ज शिकायत की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई, लिखित मे पुलिस द्वारा पत्र मिला है! जिससे संबंधित अधिकारियों की 
लापरवाही उजागर होती है। गुंडागिरी को बढावा दिऐ है! इसी तरह प्रलंबित शिकायतो के चलते नागपूर सीपी शिकायत कर्ता और डिसीपी, एसीपी संदिप बुआ रेकॉर्ड के साथ बुलाकर मिटिग लिया जांच के संबंध में सवाल पुणे तो कहा राज भोसले ने जमीन दान दिऐ है। दानपत्र कि माग किया तो उपलब्ध नही है लिखित मे पत्र दिया है! इस तरह झुठी जानकारी पेश कर सीपीआर अन्य वरीष्ठ अधिकारी को पुलिस अधिकारी संदिप बुआ ने गुमराह किया! पिडीत को न्याय से वंचित रखा! एक शिकायतों के मे संयुक्त उत्तर देते समय नियमों का उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। 




उन्होंने बताया कि इस शिकायत के बारे में 01 फरवरी 2025 का लिखा पत्र 11जनवरी को प्राप्त "संयुक्त उत्तर" की बारीकी से निरीक्षण करने पर इसमें गंभीर गलतियाँ पाई गईं।  शिकायत आनेके संदर्भ किस कार्यालय से मिली कब मिली उसका नंबर जरूरी है,पत्राचार के समय पुलिस स्टेशन शिल और जावक नंबर के बिना पत्राचार किया नहीं जा सकता,पडयंत्र के चलते ऐसा किया है! कामठी निवासी व्यक्ती को फर्जी लेटरहेड पर कार्यक्रम परवानगी धारा 168 नोटीस जारी किया!और कानून का उल्लंघन करके पोलीस अधिकारी संदिप बुआ‌ द्वारा ने उस कार्यक्रम में बढा पोलीस‌ बंदोबस्त तैनात किये ऐसा आरोप है।




पोलिस बंदोबस्त कि जानकारी मागने पर व्हीआयपी बंदोबस्त दिया लिखित मे जबाब दिया लेकीन कार्यक्रम में कोई भी वीआईपी मौजूद नहीं था, फिर भी पुलिस ने वहां वीआईपी सुरक्षा मुहैया कराई,जो कि सरकारी नियमों का खुला उल्लंघन है। समाजसेवी सुषमा डबराल का आरोप है कि तहसील पुलिस द्वारा अवैध कार्यों को संरक्षण और पुलिस की निष्क्रियता बनी हुई है। तहसील थाना क्षेत्र में कई अवैध गतिविधियाँ जारी हैं,जो मदरशा रेकार्ड है नहीं मदरशा के नाम पर लाखो रुपये हेराफेरी हो रही गुंडा तत्वों ने गोरगरीब अशिक्षित का निजि घर , फर्जि मदरशा कमेटी  के नाम पर  तोड़फोड़ किया। शिकायत आज तक जाच प्रलंबित है! पुलिस थाने ने जांच किए बिना केवल संयुक्तिक उत्तर भेज दिया है। 


शिकायतकर्ता ने 04 दिसंबर 2023 को पुलिस सुरक्षा के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक जांच प्रलंबित है पुलिस आयुक्त तक गइ नहीं अंतिम प्रक्रिया कैसे होगी। इसी तरह, निजी अतिक्रमण के तहत एक भूमि को "सार्वजनिक मुस्लिम क्षेत्र" के रूप में दिखाकर पुलिस तहसील क्षेत्र में गैरकानूनी व्यवसाय पुलिस निगराणी मे संचालित हो है। इस घोटाले में लाखों रुपये की हेराफेरी हो रही है। इस मामले मे गैरकानूनी तरीके से नामांतरण प्रक्रिया पूरी करने के लिए नगर निगम के नियमों का उल्लंघन किया गया। मनपा ज़ोन क्र. 7, सतरंजीपुरा के अधिकारी ने पुलिस थाने में बयान दिया है। इसतरह अवैध गतिविधियों के कई सबूत पुलिस थाने में मौजूद होने के बावजूद,अब तक पुलिस निरीक्षक संदीप बुआ ने किसी भी आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। पुलिस अधिकारी संदीप बुआ अपराधियों का सहयोग किया है और उन्हें पुलिस होने का फायदा उठाते हुऐ संरक्षण दिया है, जिससे भूमाफिया और अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। पिडित को न्याय नही मिलतासुषमा डबराल ने मांग की है कि पुलिस निरीक्षक संदीप बुआ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए, क्योंकि उन्होंने कानून का उल्लंघन कर अवैध रूप से पुलिस बंदोबस्त देकर भ्रष्टाचार किया है। पद का दुरुउपयोग किया है! दि.18/12/2024को फर्जि तरिकेसे पुलिस सुरक्षा लगाई गई उस पर पुलिस विभाग मे आम नागरिक को जितनी राशी भरने का आदेश होता इसकी जाँच की जाए और संबंधित राशि संदिप बुआ से पुलिस विभाग मे वापस की जाए और बंदोबस्त मे तैनात पुलिस कर्मचारी के सामने पुलिस कायदे का अपमान हो रहा था फिर भी जिम्मेदारी नहीं निभाई उस पर जांच करे और कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। शिकायतो का कायदेशीर निपटारा जल्दी किया जाना आवश्यकता है!गुंडागर्दी अवैध काम कि शिकायते किऐ है इसलिए जानहानी होने का डर है!

No comments:

Post a Comment

अंबाझरी, फुटाळा व गोरेवाडा तलावांवर सुरक्षेच्या उपाययोजना नागरिकांनी सुरक्षेच्या सूचनांचे पालन करावे

नागपूर - शहरातील अंबाझरी ,  फुटाळा व गोरेवाडा तलाव ओव्हर फ्लो होण्याची शक्यता लक्षात    घेऊन नागपूर महानगरपालिकेच्या अग्निशमन विभागाने तसेच...