भारत में रमजान का महीना इस साल में 12 अप्रैल से शुरु हुआ। इस दिन से देश भर के मुसलमान रोजा रखना
शुरु कर दिए,दिन में 5 बार नमाज का आयोजन भी मस्जिदों में शुरु हो गया है। इस्लाम में रमजान महीनें का बहुत महत्व है।
यह इस्लामिक कैलेंडर का 9वां महीना
है। रमजान महीना इस्लाम में शाबान महीने के बाद आता है,
जो इस्लामिक
कैलेंडर का आठवां महीना होता है। रमजान महीना इस्लामिक कैलेंडर का पवित्र महीना
है। इस महीने में मुसलमान रोजा (उपवास) रखते हैं। जो शाम में मगरिब के समय शाम
में सूरज डूबने के उपवास खोला जाता है। इस्लाम में रमजान को पवित्र महीना कहा जाता
है इसलिए इस महीने का विशेष महत्व है। इस महीने
में आपको दिन में 5 बार नमाज अनिवार्य रुप से पढ़नी चाहिए। अपने जकात और फितरा
को (एक प्रकार का
इस्लामिक कर) को ईद से
पहले जरुरतमंदो को अदा कर देनी चाहिए। ऐसा करने से ईश्वर आपके पाप को माफ कर देता
है। इन कामों को करने से आपकी बहुत सारी मुरादें पूरी हो सकती हैं। रमजान के महीने
में
ज्यादा से ज्यादा नेक काम करें। इस पाक महीने में ज्यादा से ज्यादा आपको गरीबों की
मदद करनी चाहिए। जो गरीब है उसके खाने और इफ्तार का इंतजाम भी कर सकते हैं। किसी
की बात को दिल से न लगाएं। लोगो की छोटी से छोटी गलतियों को माफ करें। अपने मन में
बुरे ख्याल न आने दें। किसी की बुराई न करें। इस महीने इस्लाम के अनुयायी रोजा
रखने के साथ दिन की 5 नमाजों को
पाबंदी के साथ अदा करते हैं।
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