बीजेपी ने इस बार
विधानसभा चुनाव में 4 सांसदों को मैदान
में उतारा था जिसमें से तीन सांसद अपना चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। विधायक बने दो
सांसदों ने संसद पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। छत्तीसगढ़ के दो सांसद अरुण साव
और गोमती साय ने बधुवार को संसद पद से इस्तीफा दे दिया है। सांसदों के इस्तीफा
देने के बाद सीएम पद को लेकर सस्पेंस और बढ़ गया है। बड़ी बात ये है कि सीएम फेस
की प्रबल दावेदारों में से एक रेणुका सिंह ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। राज्य
में बड़े दावेदारों की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, गोमती साय, राम विचार नेताम, अरुण साव और विष्णु देव साय के नाम
सबसे ऊपर चल
रहे हैं। इसके साथ ही ओपी चौधरी को लेकर भी कयासबाजी जारी है। राज्य में भाजपा
किसी आदिवासी या पिछड़े वर्ग पर दांव लगा सकती है। इन वर्गों की महिला नेता भी हो
सकती है, यही कारण है कि संभावित नाम में सबसे ऊपर रेणुका
सिंह, विष्णु देव साय, राम विचार नेताम हैं। मुख्यमंत्री को लेकर
रस्साकशी का दौर जारी है। कई नामों की चर्चा है, मगर फैसला पार्टी हाईकमान को करना है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 54 पर भाजपा को जीत मिली है और पार्टी ने पूर्ण
बहुमत हासिल किया है। अब रायपुर से लेकर दिल्ली तक मुख्यमंत्री कौन होगा, इसकी चर्चाएं जोरों पर है। राज्य में कई दिग्गज
चुनाव जीते हैं और यही कारण है कि एक नहीं, कई नाम की चर्चा हर तरफ है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि छत्तीसगढ़
में भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री को लेकर चौंकाएगी, ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य के प्रभारी ओम माथुर ने
भी चुनाव के दौरान एक बात कही थी कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह नाम चौंकाने वाला होगा। यही कारण है कि लोगों
की नजर उस चेहरे पर है जो राज्य का नया मुख्यमंत्री बनने वाला है।
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