तृणमूल कांग्रेस चीफ व पश्चिम बंगाल की
चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों को
बीजेपी की जीत नहीं बल्कि कांग्रेस की हार के रूप में गिनाया है। बता दें कि इन 5 राज्यों में से मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने, तेलंगाना में कांग्रेस ने और मिजोरम में ZPM ने जीत दर्ज की है। बीजेपी ने एक तरफ जहां मध्य
प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी, वहीं राजस्थान और
छत्तीसगढ़ के सूबे उसने कांग्रेस से छीने हैं। यही वजह है कि I.N.D.I.A. गठबंधन के बाकी घटक कांग्रेस को घेर रहे हैं और उसे
सबको साथ लेकर चलने की नसीहत दे रहे हैं। तृणमूल के रुख को देखते हुए पश्चिम बंगाल
में सत्तारूढ़ दल की संभावित
रणनीति पर विपक्ष के I.N.D.I.A. ब्लॉक में असमंजस की स्थिति बन गई है। सियासी
पंडितों का मानना है कि ममता बनर्जी की पार्टी कांग्रेस पर हमला करके लोकसभा
चुनावों में अपनी शर्तों पर सीटों का बंटवारा करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर
रही है। वहीं,
कुछ लोग मान रहे हैं कि अब I.N.D.I.A. गठबंधन में ज्यादा जान नहीं बची है और यह अपनी
आखिरी सांसें गिन रहा है। कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि विधानसभा चुनावों में अच्छा
प्रदर्शन न करने के बावजूद मोलभाव करने की उसकी क्षमता पर कोई असर न हो।
पार्टी के
नेताओं ने कहा भी है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में भले ही 2 राज्यों में सत्ता गंवा दी हो, लेकिन उसका वोट शेयर अभी भी अच्छा बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस को दबाव में लाने की ममता बनर्जी की कोशिश तभी सफल हो
सकती है जब उन्हें I.N.D.I.A. गठबंधन के बाकी दलों
का साथ मिले। हाल ही में विपक्ष की तरफ से जो आवाजें उठी हैं उससे लगता है कि आने
वाला वक्त कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
No comments:
Post a Comment