नवरात्रि
के दिनों मे
कई देवी दुर्गा माता के भक्तगण
अल्प आहार या कुछ लोग सिर्फ पानी या प्राकर्तिक पेजजल पर
निर्भर रहकर व्रत रख अपनी श्रद्धा-आस्था
से नमन करते है। 9 दिनों तक चलने वाले व्रतों को जारी रखने के लिए पर्याप्त
न्यूट्रिशन की जरुरत होती है।ऐसे में वे कौनसे प्राकर्तिक पेजल है जिसे पीकर आप अपने
आप को एनर्जी से भरपुर महसूस करेंगे,आपकी शारीरिक थकान व सुस्ती-आलस्य छूमंतर हो जाएगा।#
हर्बल चाय:- आप
पुदीने की पत्तियां, तुलसी और अदरक जैसी इंग्रेडिएंट्स का यूस करके हर्बल
चाय तैयार कर सकते हैं। ये चाय न केवल हाइड्रेटिंग हैं बल्कि फ्रेश भी हैं। # गुलाब जल:- इस टेस्टी ड्रिंक को बनाने के लिए, एक गिलास ठंडा दूध लें, इसमें बादाम, गुलाब जल और शहद मिलाकर पी सकते
है।# फ्रूट जूस:- आप ताजे निचोड़े गए फलों के रस
जैसे सेब, अनार, या
संतरे के रस का आनंद
ले सकते हैं। आपको फ्रेश फ्रूट का यूज़ ही
करना है ताकि आपको जूस भी फ्रेश मिले। # नींबू
पानी:- नींबू में विटामिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह इम्यून
सिस्टम को मजबूत बनाता है, तो वहीं पाचन के लिए नींबू काफी कारगर माना जाता है। यह
ड्रिंक बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। वजन कम करने के लिए भी नींबू
पानी पीने की सलाह दी जाती है। # मिन्टी
कुकुम्बर का पानी:- ताजे खीरे के टुकड़े और कुछ पुदीने की पत्तियों को पानी
में डालें। यह कॉम्बिनेशन न केवल हाइड्रेटिंग है, बल्कि ठंडा और फ्रेश भी है। जिसे पीने के बाद आप
डेफिनेटली एनर्जेटिक फील करेंगे।
#फलयुक्त जल:- पानी के एक घड़े में सेब, संतरे, या अनार जैसे फलों के
टुकड़े डालकर अपना खुद का फल-युक्त पानी बनाएं। फ्रूट्स की नेचुरल स्वीटनेस और
टेस्ट जिसे पीने के बाद आप फ्रेश महसूस करेंगे। # छाछ:- बटरमिल्क जिसे छाछ के नाम से भी जाना
जाता है, एक क्लासिक इंडियन
ड्रिंक है, जो
दही को पानी के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसमें एक चुटकी सेंधा नमक, धनिया पत्ती, भुना जीरा मिलाया जाता
है और छाछ बनाने के लिए इसे मिक्स किया जाता है। # नारियल पानी:- नारियल पानी पीने से शरीर
हाइड्रेट रहता है,
क्योंकि इसमें पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए
लाभदायक होते है। इसे पीने से शरीर फ्रेश फील करता है। नारियल पानी पीने से स्किन
को भी लाभ पहुंचता है। रोजाना नारियल पानी पीने से चेहरा ग्लोइंग और खूबसूरत बनता
है। # चौलाई (राजगिरा) शर्बत:- रामदाना
या राजगिरा अमरांथ या चौलाई का बीज होता है। ये चौलाई हरी नहीं बल्कि लाल होती है।
लाल चौलाई को लाल साग या लाल भाजी भी कहा जाता है। लाल चौलाई में आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा
में पाया जाता है। रामदाना उपवास के समय बहुत ही पौष्टिक फलाहार होता है।
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