नागपुर:- नागपुर शहर में प्राथमिक स्वास्थ्य
देखभाल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, नागपुर नगर निगम शहर में नए स्वास्थ्य सुधार केंद्र स्थापित करेगा। अतिरिक्त
आयुक्त श्रीमती. वसुमना पंत ने इन केंद्रों का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश
दिए। मंगलवार (15 तारीख) को उन्होंने शहर में नवनिर्मित
स्वास्थ्य सुधार केंद्रों के कार्यों की समीक्षा की। अपर आयुक्त के सभाकक्ष में
आयोजित बैठक में चिकित्सा
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर , अतिरिक्त चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र
बहिरवार, महामारी
विज्ञान अधिकारी डॉ. गोवर्धन नवखरे, कार्यपालन अभियंता श्रीमती अल्पना पाटने, श्री सुनील उइके, श्री
रवींद्र बुंधाड़े, श्री
संजय माटे, श्री
विजय गुरुबक्शानी, श्री
मनोज सिंह, श्री
अजय पज़ारे, श्री
सचिन रक्षमवार, जोनल
चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिल्पा जिचकर, डा. विजय तिवारी, डॉ.
दीपांकर भिवगड़े, डॉ.
सुनील कांबले, डॉ.
गजानन पवने, डॉ.
जयश्री चन्ने, डॉ.
शीतल वंडिले, डॉ.
सुलभा शेंडे, डॉ.
वर्षा
देवस्थले और अन्य उपस्थित
थे। नागपुर शहर में झुग्गी-झोपड़ियों
और स्वास्थ्य सेवाओं से दूर क्षेत्रों में नए स्वास्थ्य सुधार केंद्र स्थापित किए
जा रहे हैं। इसके लिए सभी दस जोनों में स्थान आवंटित कर दिया गया है। कुछ
स्वास्थ्य सुधार केन्द्र नगरपालिका की भूमि पर बनाए गए हैं। कुछ का निर्माण किराये
के भवनों में किया जा रहा है। वर्तमान
में शहर में 51 शहरी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 52
स्वास्थ्य
संवर्द्धन केंद्र संचालित हैं। नवनिर्मित स्वास्थ्य संवर्द्धन केन्द्रों में से 17 बनकर तैयार हो चुके हैं तथा 11 केन्द्रों का कार्य शीघ्र ही पूरा
हो जाएगा। अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती. वसुमना
पंत ने निर्देश दिए कि सभी तैयार केंद्रों के भवनों का दौरा कर यह जांच लें कि
वहां बिजली, पानी
व अन्य सुविधाएं समुचित ढंग से व्यवस्थित हैं या नहीं। इसके अलावा उन्होंने
स्वास्थ्य संवर्धन केन्द्रों के निर्माण पर भी ध्यान देने तथा जहां कठिनाइयां हैं, वहां दिक्कतें दूर करने का सुझाव
दिया।
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