Sunday, May 26, 2019

रमजान के पवित्र माह में रोजा रखकर साइकिल चलाकर मक्का जाने की तैयारी....


इंसान में अगर हिम्मत और साहस हो तो वो किसी भी हद तक जा सकता है।  मन में लगन होने पर एक गरीब का बच्चा भी चांद को छू सकता है और वैज्ञानिक बन सकता है जैसा शौक इंसान में पढ़ाई को लेकर होता है, वैसे ही कुछ लोगों में बाइक राइडिंग और साइकिलिंग का शौक होता है। साइकिलिंग का शौक करने वाले लोग कितनी भी दूरी रास्ता तय कर सकते हैं। भारत के बेंगलुरु में रहने वाले मोहम्मद सलीम और रिजवान इन दिनों अपनी साइकिल से मक्का के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। दोनों ने साइकिलों पर सवार होकर मक्का तक पहुंचने की तैयारी की। इन दोनों ने 3,800 किलोमीटर की दूरी तय की। खास बात ये है कि दोनों ही साइकिल सवार रमजान के पवित्र माह में रोजा रखकर साइकिल चलाते रहे और रब को तलाशने के लिए निकल पड़े। 
खलिज टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, उक्त यात्रा भारत से पाकिस्तान होते हुए ईरान, इराक और कुवैत के रास्ते सऊदी अरब की ओर जाना थी। मगर इन लोगों को वीजा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसके बाद इन लोगों ने अपना यात्रा मार्ग बदल दिया और ओमान, ईरान और यूएई की ओर निकल गए। अब ये लोग जुलाई अंत में मक्का जाएंगे। दोनों दोस्तों की जोड़ी भारत से संयुक्त अरब अमीरात तो पहुंच गए हैं, लेकिन आगे का रास्ता दोनों के लिए काफी कठिन होगा। क्योंकि इससे आगे खाड़ी देश आते हैं और वहां के पथरीले रास्तों पर साइकिल चलाना काफी मुश्किल काम है। दोनों ही दोस्तों की यह कहानी इन दोनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लोग इन दोनों की कहानी को प्रेरणा बता रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर मन में लगन हो तो भगवान भी रास्तों को खोल देता है।

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