सरकार ने 60 साल पुराने योजना आयोग को खत्म कर 1 जनवरी 2015 को
नीति आयोग की स्थापना की थी। मौजूदा समय में अर्थशास्त्री डॉ. राजीव कुमार नीति
आयोग के वाइस चेयरमैन है। इससे पहले अरविंद पनगढ़िया वाइस चेयरमैन थे। आइए जानें
कि मोदी सरकार में शुरू हुआ नीति आयोग किस तरह से काम करता है और ये योजना आयोग से
कितना अलग है। योजना आयोग से नीति आयोग कितना अलग है- कैपिटल सिंडिकेट के मैनेजिंग
पार्टनर सुब्रमण्यम पशुपति के अनुसार योजना आयोग पंचवर्षीय योजना बनाता था। ये
मॉडल रूस से लिया गया था। इसके अलावा केंद्र सरकार के मंत्रालयों और राज्यों को
वित्तीय आवंटन करने का जिम्मा भी योजना आयोग का होता था, लेकिन नीति आयोग के गठन के बाद पंचवर्षीय योजनाओं
को खत्म कर दिया गया है।
साथ ही, नीति आयोग का
काम अब सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर सरकार को सलाह देने का काम करता है। # क्या है नीति आयोग- नीति का फुल फॉर्म नेशनल
इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया है। देश का प्रधानमंत्री नीति आयोग का
अध्यक्ष होता है। इसकी गवर्निंग काउंसिल में राज्यों के मुख्यमंत्री और
केंद्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल होते हैं। विशिष्ट मुद्दों और ऐसे आकस्मिक
मामले, जिनका संबंध एक से अधिक राज्य या क्षेत्र
से हो, को देखने के लिए क्षेत्रीय परिषद होती है।
ये परिषद विशिष्ट कार्यकाल के लिए बनाई जाती हैं।
भारत के प्रधानमंत्री के निर्देश पर क्षेत्रीय परिषदों की बैठक होती है और
इनमें संबंधित क्षेत्र के राज्यों के मुख्यमंत्री और केन्द्र शासित प्रदेशों के
उपराज्यपाल शामिल होते हैं।
इनकी अध्यक्षता नीति आयोग के वाइस चेयरमैन करते हैं। इसमें
दो तरह के सदस्य होते हैं- पूर्णकालिक और अंशकालिक:- अंशकालिक सदस्यों में अग्रणी
विश्वविद्यालय, शोध संस्थानों और संबंधित संस्थानों से
अधिकतम दो पदेन सदस्य होते हैं। केन्द्रीय मंत्रिपरिषद से अधिकतम चार सदस्य
प्रधानमंत्री द्वारा नोमिनेटित किए जाते हैं। इसके अलावा एक मुख्य कार्यकारी
अधिकारी होता है जो भारत सरकार के सचिव स्तर का अधिकारी होता है। उसे एक निश्चित
कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री नियुक्त करते हैं। कौन है नीति आयोग के वाइस
चेयरमैन- डॉ. कुमार फेडेरशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यानी
फिक्की के महासचिव रह चुके हैं। वो इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च एंड इंटरनेशनल
इकॉनॉमिक रिलेशन के डॉयरेक्टर और चीफ एक्ज़ीक्यूटिव भी रह चुके हैं।
# योजना आयोग क्या करता था:- आजादी के बाद देश के
तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने योजना आयोग की स्थापना की थी।
योजना आयोग का गठन 15 मार्च 1950 को हुआ था। योजना आयोग देश के विकास से संबंधित
योजनाएं बनाने का काम करता था। योजना आयोग ने 12 पंचवर्षीय योजनाएं बनाईं। योजना आयोग
ने 2000 करोड़ रुपए से पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में शुरू की थी। योजना आयेग के
अध्यक्ष भी प्रधानमंत्री ही होते थे, लेकिन कभी भी
मुख्यमंत्रियों से सलाह नहीं ली जाती थी।
मुख्यमंत्री अगर कोई सुझाव देना चाहते थे तो वे विकास समिति को देते थे। जो
समीक्षा के बाद योजना आयोग को दी जाती थी। निजी क्षेत्र की भागीदारी योजना आयोग
में कतई नहीं थी।
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