Saturday, April 20, 2019

गर्म पानी को जल्दी ठंडा होने से कैसे रोकें.....? जाने विज्ञान को छोटी कहानी के माध्यम से....


दैनिक जीवन में विज्ञान के कई नियम हमारे काफी काम आते हैं जो हमारे समय बचाने के साथ ही हमें कई समस्याओं से भी बचाकर रखने में मदद करते हैं। विज्ञान के सामान्य नियम हमारे जीवन में कितने उपयोगी हैं, कई बार हम यह नजर अंदाज कर देते हैं और इन नियमों का फायदा नहीं उठा पाते। हम ऐसे ही कुछ नियमों की चर्चा आज करेंगे जो हमारे जीवन में उपयोगी तो हैं लेकिन वे केवल किताबी ज्ञान होकर सीमित हो गए हैं। विज्ञान के कई सिद्धांत और नियम हमारे जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। जिनका ध्यान रखने पर हम अपने जीवन को बेहतर बनाने के साथ-साथ अपने दैनिक जीवन में पैसे या समय या दोनों की बचत कर सकते हैं। 
बढ़ती व्यस्तता ही बन रही है समस्या:- आज लोगों की सबसे बड़ी शिकायत समय को लेकर है। सब कहते हैं कि समय नहीं है। यहां तक कि लोगों के पास अपने शरीर के लिए समय नहीं है। हम लोगों ने अपने सोच को काफी सीमित कर लिया है। घर से दफ्तर, दफ्तर से घर इसके अलावा क्या हो रहा है किसी को पता ही नहीं है या सही तरह से कहें कि किसी को दिलचस्पी ही नहीं है।  उस पर कारण (जो आम तौर पर बहाना ज्यादा होता है) यह कि समय नहीं है। हम इन्हीं कुछ समस्याओं को हम देखेंगे और जानेंगे कि कैसे हम अपनी क्षमताओं को बढ़ाते हुए अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। एक छोटी से घटना का उदाहरण देते हैं। महेश अकेला रहने वाले युवा है जिसकी हाल ही में दिल्ली में नौकरी लगी है। वह अपनी जीवनचर्चा को लेकर काफी संवेदनशील भी है और अपनी लाइल स्टाइल को बेहतर और उच्च करने के लिए प्रतिबद्ध है।  
एक दिन रविवार को जब वह नहाने के लिए गरम पारी अपनी बाल्टी भर रहा था. पानी काफी गरम हो चुका था। उसे अपने मुताबिक पानी के लिए थोड़ा ठंडा पानी मिलाना था। वह पानी मिलाने ही जा रहा था कि अचानक डोरबेल बजती है और उसे याद आता है कि धोबी कपड़े देने आया होगा। अब महेश के सामने दो विकल्प हैं। पहले वह गरम पानी में थोड़ा ठंडा पानी मिला कर जाए या फिर आकर पानी मिलाए। महेश इनमें से क्या करे कि पानी ज्यादा ठंडा न हो जाए? उसी रात को महेश का दोस्त उससे मिलने आने वाला है। महेश घर पर पहुंचने के फौरन बाद वह अपने लिए चाय तैयार करता है। चाय उबालने के बाद उसे कप में डालता है और जैसे ही वह चाय में दूध मिलाने वाला होता है, तभी डोरबेल बज जाती है। 
महेश गरम चाय पीना चाहता है, तो उसे क्या करना चाहिए...? पहले चाय में दूध मिलाकर दरवाजा खोलना चाहिए या कि दरवाजा खोलकर आने के बाद चाय में दूध मिलाना चाहिए। महेश को ज्यादा गरम चाय किस स्थिति में मिलेगी...?  अब जानते है इन दो उदाहरणो से:- आमतौर पर माना जाता है कि ज्यादा गर्म चीज ज्यादा देर तक गर्म रहती है, लेकिन यह सच नहीं है। वास्तव में ज्यादा गर्म चीज कम गर्म जीचों के मुकाबले जल्दी ठंडी होती है। इसका सीधा संबंध तापमान के अंतर से है। हम चाहते हैं कि ठंड के मौसम में हमें गर्म चाय मिले और ज्यादातर लोग बिलुकुल गर्म चाय नहीं पीते।  थोड़ी देर से पीते हैं। ऐसे में कई बार चाय ज्यादा ठंडी भी हो जाती है। ऐसा ही नहाने के लिए गर्म पानी को लेकर भी यही होता है। कई लोग पानी गर्म होने के बाद तुरंत नहाने नहीं जाते। ऐसे में बाद में उन्हें पानी ठंडा मिल जाता है। न्यूटन का नियम मदद कर सकता है:- यहां पर हमें न्यूटन का कूलिंग का नियम (Newtons Law of Cooling) हमारी मदद करता है। 
यह नियम कहता है कि किसी चीज के ठंडी होने की दर उसके वातावरण में तापांतर के समानुपात होगी। यानी कि उस चीज और उसके वातावारण के बीच तापामान का अंतर जितना ज्यादा होगा। चीज के ठंडी होने होने की रफ्तार उतनी ही अधिक होगी।  इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि ज्यादा गरम चीज जल्दी ठंडी होगी और कम गरम चीज देर से। यह होता है वास्तव में:- अगर महेश गरम पानी में ठंडा पानी जल्दी मिला देता है तो पानी और वातावरण के बीच तापमान का अंतर कम हो जाएगा और पानी देर से ठंडा होगा। वहीं अगर महेश वापस आकर पानी मिलाता है तो पानी और वातावरण के तापमान का अंतर ज्यादा होगा और जब तक महेश पानी मिलाने वापस आएगा तक पानी ज्यादा ठंडा हो जाएगा। ठीक ऐसे ही अगर महेश को चाय ज्यादा गरम चाय पीना है तो उसे पहले चाय में दूध मिलाने के बाद दरवाजा खोलने के लिए उठना चाहिए, न कि दरवाजा खोलने के बाद चाय में दूध मिलाना चाहिए।

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