कांग्रेस महासचिव प्रियंका
गांधी वाड्रा ने कहा अमेठी में फूड पार्क बनने से क्षेत्र के पांच लाख किसानों को
फायदा हो सकता था। फूड पार्क रुकवाया क्यों, आप (स्मृति)
भला चाहती हैं तो अमेठी में फूड पार्क खोलेंगी या जूते बांटेंगी? उन्होंने कहा आपने पुश्तों से देखा है कि पूर्व
प्रधानमंत्री राजीव गांधी अमेठी के गांव-गांव में जाते
थे, आप अपने बुजुर्गों से पूछिये। उस वक्त ऐसा
कोई नहीं था जिससे वह ना मिले हों। वहीं, वाराणसी में
क्या स्थिति है? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने ही संसदीय
निर्वाचन क्षेत्र के एक भी गांव में हाल लेने नहीं गये। आपके मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ गरीबों के गांव में जाने से पहले उनके हाथ-मुंह धुलवाते हैं। प्रियंका ने कहा कि आज छोटे-छोटे तमाम उद्योग बंद हो गये हैं।
चौराहे पर मिलने वाला एक भी नौजवान यह नहीं कहता
कि इन पांच साल में मुझे रोजगार मिला। इस सरकार के राज में 50 लाख रोजगार घटे हैं।
उन्हीं लोगों ने ये रोजगार घटाये जो हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा करके
सत्ता में आये थे। प्रियंका ने कहा मैं कहना चाहती हूं कि इस चुनाव में कांग्रेस
को भारी बहुमत से जिताइये। भाजपा के लोग अमेठी ही नहीं, बल्कि पूरे देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। आप
सभी कार्यकर्ता हर घर जाकर एक-एक व्यक्ति से
मिलिये। प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में मैं जहां-जहां जाती हूं लोग दुखी हैं
और इस सरकार से परेशान हैं। जीएसटी ने लाखों लोगों को बेरोजगार कर दिया। भदोई के
कालीन बुनकर परेशान हैं, किसान परेशान हैं, किसान रोते हुए मुझसे कहते हैं कि आप ही कुछ
कीजिए। प्रियंका गांधी ने कहा कि ये सरकार
लोगों को कुछ नहीं दे पाई है।
कांग्रेस महासचिव ने ये भी कहा कि सरकार ने अमेठी के
विकास को बढ़ाने का नहीं रुकवाने का काम किया है। अगर अमेठी में फूड पार्क बन जाता तो पांच साल
में लाखों लोगों को रोजगार मिलता लेकिन इस सरकार ने ऐसा होने नहीं दिया। एक घटना
का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कैंपेंनिंग के दौरान बीजेपी के लोगों ने देखा
कि राहुल गांधी का पोस्टर लगा हुआ है जिसमें केंद्रीय विद्यालय के खुलने की बात
कही थी, उसे देखकर उन्होंने उस कार्य को रुकवा दिया।
प्रियंका ने कहा कि अगर सरकार विकास कराना चाहती तो उसे इस बात से फर्क नहीं पड़ता
कि विकास कौन करा रहा है, लेकिन ये सरकार विरोध में अमेठी के विकास
को ही रुकवाने लगी है।
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