वैसे तो ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के कई ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं, जो विभिन्न तरह की दवाओं और सर्जरी पर निर्भर
हैं। लेकिन इन पर एक बड़ी राशि भी खर्च करनी पड़ती है। आजकल बहुत सी महिलाएं
ब्रेस्ट सर्जरी का सहारा ले रही हैं लेकिन उसके लिए इतना पैसा हर कोई खर्च नहीं कर
सकता है। अगर आप बिना सर्जरी अपना ब्रेस्ट साइज बढ़ाना चाहती हैं, तो आपको अपने खानपान में बदलाव करना चाहिए।
महिलाओं की खूबसूरती सिर्फ उनके चेहरे से नहीं बल्कि ब्रेस्ट साइज पर भी निर्भर
करती है। ढीले और कमजोर स्तन किसी भी महिला की शरीरिक सुंदरता कम कर सकते हैं।
वहीं यदि ब्रेस्ट आकर्षक और प्राकृतिक रूप से सुडौल हों, तो वह महिला की सुंदरता को और अधिक निखार देते
हैं।
ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिन्हें ब्रेस्ट साइज कम होने की वजह से आए दिन
शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है। इससे किसी भी लड़की का कॉन्फिडेंस पर बुरा
प्रभाव पड़ सकता है और हीन भावना भी आ सकती है। अगर आप अपने ब्रेस्ट का साइज बढ़ाना
चाहती हैं, तो आपको डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए।
खाने की कुछ चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर आप स्तनों का आकार बिना किसी साइड
इफेक्ट के बढ़ा सकती हैं। खाने की इन चीजों में एस्ट्रोजेन को उत्तेजित करने की
क्षमता होती है। इस हार्मोन का ब्रेस्ट साइज में अहम रोल है।
किसी भी कीमत पर डाइट
में शामिल करें ये चीजें:-फाइटोस्ट्रोजेन से भरपूर पपीता, सेब,खजूर, अनार और चेरी जैसे फल, मूली, गाजर, सोयाबीन अंकुरित, बैंगन, लहसुन, और खीरे जैसी
सब्जियां, अखरोट, पिस्ता, और काजू जैसे नट्स,मोनोसैचुरेटेड
और पोलीसैचुरेटेड फैटी एसिड वाली ओलिव ऑयल और एवोकाडो जैसी चीजें।
दूध:- डेयरी
उत्पादों को भी ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए जाना जाता है। गाय का दूध एस्ट्रोजन, प्रोलैक्टिन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन को
बढ़ावा देता है। ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए आपको एक गिलास दूध सुबह और एक गिलास दूध
रात को पीना चाहिए।
पपीता:- दूध के साथ पपीता खाने से ब्रेस्ट का साइज बढ़ सकता है।
कच्चे पपीते में एंजाइम होते हैं जिसका इस्तेमाल डाइट्री सप्लीमेंट बनाने के लिए
किया जाता है। इसमें कैरोटीन, फ्लेवोनोइड्स, विटामिन सी, और विटामिन बी
(फोलेट और पैंटोथेनिक एसिड) जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। सीफूड:- फिश, ऑयस्टर, प्रॉन आदि का
सेवन करना चाहिए। इन चीजों में भरपूर मात्रा में मैंगनीज पाया जाता है। यह ब्रेस्ट
टिश्यू को बढाने के लिए सेक्स हार्मोन को बढ़ावा देने में मदद करता है। आपको मछली
को कम तेल और काली मिर्च के साथ पकाना चाहिए।
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