Thursday, April 18, 2019

पैरों से उड़ाती है प्लेन जाने कौन है यह दुनिया की पहली महिला पायलट..?

1983 में यूएस के अरिज़ोना में जन्मी जेसिका कॉक्स के बचपन से ही हाथ नहीं थे। इन्होंने 14 साल की उम्र से ही अपने नकली हाथों का इस्तेमाल बंद कर दिया था। तब से ही जेसिका सभी कामों को अपने पैरों से ही करती आ रही हैं।  कार चलाने से लेकर, गैस भरना, आंखों में लेंसेस लगाना, स्कूबा डाइविंग और कीबोर्ड पर टाइप करने तक, वो सभी काम अपने दोनों पैरों से करती हैं। इतना ही नहीं जेसिका की टाइपिंग स्पीड 25 वर्ड प्रति मिनट है। 
34 साल की जेसिका को सर्फिंग, स्कूबा डाइविंग, घुड़सवारी और प्लेन चलाने का बहुत शौक है। इनके पास दुनिया का पहला लाइसेंस है जो किसी आर्मलेस (बिना हाथ) वाले पायलट को दिया गया। जेसिका कॉक्स दुनिया की पहली और एकलौती बिना हाथों वाली पायलट हैं। जो अपने पैरों से प्लेन उड़ाती हैं।
इनके पास दुनिया का पहला लाइसेंस है जो किसी आर्मलेस (बिना हाथ) वाले पायलट को दिया गया, इस वजह से इनका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। जेसिका पैरों से प्लेन चलाने में ही नहीं बल्कि कराटे और अपने छोटे से छोटे कामों में भी एक्सपर्ट हैं।

No comments:

Post a Comment

नदी सफाई अभियानाचे कार्य प्रगतीपथावर

नागपूर: -   नागपूर महानगरपालिका आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी यांच्या मार्गदर्शनात आणि अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती आंचल गोयल यांच्या नेतृत...