Sunday, June 30, 2024

NEET परीक्षा को समाप्त कर, राज्य को दे मेडिकल छात्रों का चयन करने की स्वतंत्रता ...PB-CM ममता बनर्जी ने PM-मोदी को लिखा लेटर....

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर NEET परीक्षा खत्म करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर राज्य को अपनी परीक्षा कराने का अधिकार होना चाहिए। पहले यही व्यवस्था थी, लेकिन छात्रों को इससे खासी परेशानी हो जाती थी। इसी वजह से NTA की स्थापना की गई और देशभर में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षाएं कराने का फैसला किया गया। ममता बनर्जी ने लिखा,आदरणीय प्रधानमंत्री जी, मैं आपको राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षा से संबंधित हाल के 
घटनाक्रमों के बारे में लिखने के लिए बाध्य हूँ। पेपर लीक, कुछ लोगों और परीक्षा के संचालन में शामिल अधिकारियों के रिश्वत लेने, कुछ छात्रों को परीक्षा में आवेदन करने के लिए सुविधा देने के लिए अनुचित समय मिलने, ग्रेस मार्क्स आदि के आरोप कुछ गंभीर मुद्दे हैं जिन पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है और इसकी गहन, स्वच्छ और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है। ऐसे मामले उन लाखों छात्रों के करियर और आकांक्षाओं को खतरे में डालते हैं जो इन मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए उत्सुक हैं। ऐसे मामले न केवल देश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता करते हैं बल्कि देश में चिकित्सा सुविधाओं/उपचार की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
इस संबंध में, यह भी बताना जरूरी है कि 2017 से पहले, राज्यों को अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की अनुमति थी और केंद्र सरकार भी मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपनी परीक्षाएं आयोजित करती थी। यह प्रणाली सुचारू रूप से और बिना किसी समस्या के काम कर रही थी। यह क्षेत्रीय पाठ्यक्रम और शैक्षिक मानकों के अनुकूल थी। राज्य सरकार आमतौर पर प्रति डॉक्टर शिक्षा और इंटर्नशिप पर 50 लाख रुपये से अधिक खर्च करती है। इसलिए, राज्य को संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मेडिकल छात्रों का चयन करने की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए।



विकेन्द्रीकृत प्रणाली को बाद में एकात्मक और केंद्रीकृत परीक्षा प्रणाली (NEET) में बदल दिया गया ताकि राज्य सरकारों की किसी भी भागीदारी के बिना देश में मेडिकल पाठ्यक्रमों में सभी प्रवेशों पर पूर्ण नियंत्रण हो सके। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और देश के संघीय ढांचे की सच्ची भावना का उल्लंघन करता है। इसके अलावा, वर्तमान प्रणाली ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को जन्म दिया है जिसका लाभ केवल अमीरों को मिलता है जो भुगतान करने में सक्षम हैं, जबकि गरीब और मध्यम वर्ग के मेधावी छात्र पीड़ित हैं और वे सबसे बड़े पीड़ित हैं। इसलिए, मैं आपसे दृढ़तापूर्वक आग्रह करती हूं कि आप इस परीक्षा को राज्य सरकारों द्वारा आयोजित करने की पिछली प्रणाली को बहाल करने और NEET परीक्षा को समाप्त करने के लिए तत्काल कदम उठाने पर विचार करें। इससे सामान्य स्थिति बहाल करने और इच्छुक छात्रों का सिस्टम में विश्वास बहाल करने में मदद मिलेगी।

बिहार में पुलो को जानबूझकर गिराने की साजिशे रची जा रही....जीतन राम मांझी

बीते 10 दिनों के अंदर अररिया, सीवान, पूर्वी चंपारण, किशनगंज और मधुबनी समेत विभिन्न जिलों में पांच पुल ढह गए। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, यह चिंता की बात है कि बिहार में पुल ढह रहे हैं। ऐसा लगता है कि घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया होगा। लेकिन पुल 15 दिन या एक महीने पहले क्यों नहीं ढह रहे थे? वे अब क्यों ढह रहे हैं? क्या इसके पीछे कोई साजिश है? मांझी ने सुझाव दिया कि ये घटनाएं सरकार की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से जानबूझकर की गई कार्रवाई हो सकती 
हैं। उन्होंने कहा,सरकार की छवि खराब करने के लिए ये सब जानबूझकर किया जा रहा है। पुल लगातार गिर रहे हैं, मुझे लगता है कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। हालांकि, मांझी ने ठेकेदारों द्वारा घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की बात भी स्वीकार की, जो पुलों के ढहने की एक वजह हो सकती है। उन्होंने कहा,राज्य सरकार पुलों के ढहने के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों और इंजीनियरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और मैं उनसे साजिश के पहलू की भी जांच करने का अनुरोध करता हूं। पूर्व मुख्यमंत्री ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गहन जांच और कड़े कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया। 
उन्होंने आश्वासन दिया,सरकार सुनिश्चित करेगी कि ऐसा दोबारा न हो।दरअसल, बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। जहां एक ओर तेजस्वी यादव समेत तमाम विपक्षी नेता सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं वहीं इस बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। उन्होंने बिहार में पुल गिरने की घटनाओं को साजिश बताया है।

क्यों हुई NEET की शुरुआत?

देश में पहले केंद्र सरकार के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए AIPMT का आयोजन होता था। वहीं, राज्य सरकार के कॉलेज में दाखिले के लिए हर राज्य की अलग परीक्षा होती थी। इस व्यवस्था में छात्रों को लगातार कई सारे टेस्ट देने पड़ते थे। इससे परेशानी होती थी और फॉर्म भरने का खर्च भी काफी ज्यादा होता था। इसके बावजूद अधिकतर छात्र AIPMT के साथ सिर्फ एक या दो अन्य राज्यों 
की परीक्षा में ही बैठ पाते थे। कई बार छात्र एक जगह एडमिशन ले लेते थे और बाद में बेहतर मौका मिलने पर सीट छोड़ देते थे। इस वजह से कुछ सीटें खाली भी रह जाती थीं। इन्हीं को खत्म करने के लिए एक परीक्षा NEET लाई गई। इसके जरिए सभी कॉलेज में एडमिशन के लिए एक ही टेस्ट देना होता था, लेकिन अब इसमें गड़बड़ी के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं।

बुलडोजर बाबा बना MH-CM एकनाथ शिंदे का आदेश...

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दांपत्य जीवन छोड़कर बाबा पहले ही बन गए थे और जब उन्होंने माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की तो उनका नाम बुलडोजर बाबा पड़ गया। योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में लगातार आपराधिक लोगों के घरों पर कार्रवाई हुई है। यूपी में सभी माफियाओं के अंदर बुलडोजर से घर गिरने का डर है और योगी बुलडोजर बाबा हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बुलडोजर बाबा के नाम से जानें जाने लगे हैं। उल्हासनगर के 17 सेक्शन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के फोटो के साथ बुलडोजर का फोटो लगाने की घटना ने शहर वासियों का ध्यान आकर्षित किया है। यह पोस्टर उल्हासनगर शिवसेना शहर प्रमुख भुल्लर महाराज द्वारा लगाया गया है। दरअसल,महाराष्ट्र के उल्हासनगर में जारी अभियान का मुख्य उद्देश्य स्कूलों के 100 मीटर के भीतर सभी 
पान टपरियों और अन्य अवैध ढांचों को हटाना है। तीसरे दिन भी यह कार्रवाई जोर-शोर से जारी रही। पान टपरियों के अलावा ऑर्केस्ट्रा बार पर भी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम छात्रों और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि वे नशे और अन्य असामाजिक गतिविधियों से दूर रह सकें। इस कार्रवाई का शहर में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। कुछ लोग इस कदम का स्वागत कर रहे हैं और इसे शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक मानते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे व्यापारियों और छोटे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं। फिर भी, प्रशासन अपने अभियान को जारी रखने और शहर को अवैध गतिविधियों से मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

चोरों और बदमाशों की सरकार ने महाराष्ट्र में दो साल पूरे कर लिए...UBT नेता संजय राउत महाराष्ट्र की शिंदे सरकार पर हमला....

शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा,अगर हिम्मत है तो आपको अपनी पार्टी बनानी चाहिए थी। अपने सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहिए था।' बजट के मुद्दे पर राउत ने कहा कि यह लोगों को धोखा देने और उनके पैसे से वोट खरीदने का प्रयास है। इस विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के पैसे से वोट खरीदने का सीधा प्रयास रिश्वतखोरी है।  महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और फडणवीस सरकार के दो साल पूरे हो गए। संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, मैंने आज अखबारों में विज्ञापन देखा। विज्ञापन से मुझे पता चला कि चोरों और बदमाशों की सरकार ने महाराष्ट्र में दो साल पूरे कर लिए हैं। ये दो साल धोखाधड़ी के दो साल हैं। राउत ने कहा 
कि ये सरकार धोखे से आई है। इन्होंने इस राज्य को कर्ज का बाजार बना दिया है। सरकार के लोगों ने महाराष्ट्र के उद्योग को गुजरात में जाने दिया है। ये राज्य का दुर्भाग्य है कि आज दो साल से सिर्फ ढोल पीट रहे हैं। इसके साथ ही संजय राउत ने कहा,विधानसभा अध्यक्ष ने पक्षपातपूर्ण निर्णय देकर इस सरकार को बचाया है। राज्यपाल ने असंवैधानिक बहुमत परीक्षण का आदेश दिया है। इन सभी ने इस सरकार को बनाने में अवैध और असंवैधानिक कार्य किया है। उद्धव गुट के शिवसेना नेता संजय राउत यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र राज्य की छत्रछाया में बैठी धोखेबाज सरकार के पास जीने के लिए दो या तीन महीने हैं। लोकसभा चुनाव में जनता ने इस सरकार को नकार दिया है। विधानसभा चुनाव में भी यह सरकार हारेगी। 

365 दिन 24/7 खुली रहेंगी दुकाने

पंजाब प्रशासन के श्रम विभाग में पंजीकृत दुकानों और कमर्शियल प्रतिष्ठानों को अब चौबीसों घंटे खोलने की अनुमति दे दी है। सरकार के आधिकारिक बयान में बताया गया कि दुकानों और कमर्शियल प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोले जाने का यह कदम कारोबार को आसान बनाने के लिए उठाया गया है। इससे चंडीगढ़ के व्यापारियों और दुकानदारों को काफी फायदा होगा। हालांकि, शराब की दुकानें और बार या पब का समय पहले की तरह ही रहेगा। इनमें आबकारी विभाग के कानूनों का पालन होगा। केंद्र शासित प्रदेश में हुए इस बदलाव को लेकर सचिव-सह-श्रम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन सभी दुकानदारों और व्यापारियों के कल्याण 
और व्यापार करने में आसानी की जरूरतों के प्रति सचेत है। पूरे साल विस्तारित घंटों का लाभ पंजीकृत दुकानों को दिया गया है। महिला कर्मचारियों को कार्यस्थल पर अलग लॉकर, सुरक्षा और विश्राम कक्ष उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशासन द्वारा हाल ही में जारी आदेश के अनुसार, महिला कर्मचारियों को रात आठ बजे के बाद काम करने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन यदि वे इच्छुक हैं तो इस संबंध में उनकी लिखित सहमति ली जाएगी। देर रात काम के घंटों के दौरान महिला कर्मचारियों की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी।
दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में एक दिन छुट्टी दी जाएगी। लगातार पांच घंटे काम करने के बाद कम से कम 30 मिनट के ब्रेक दिया जाएगा। आदेश के अनुसार किसी भी कर्मचारी को एक दिन में नौ घंटे या एक सप्ताह में 48 घंटे से अधिक काम करने की आवश्यकता नहीं होगी। सुरक्षा के उद्देश्य से दुकान या व्यावसायिक प्रतिष्ठान परिसर में न्यूनतम 15 दिनों की रिकॉर्डिंग बैकअप वाला सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेश सरकार के आदेश में ये भी कहा गया है कि जो महिलाएं रात्रि के समय काम करने के लिए सहमति देती हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि काम समाप्त होने के बाद वे सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएं। इसके लिए सिक्योरिटी गार्ड की भी व्यवस्था की जाएगी।

सोनाक्षी सिन्हा है प्रेग्नेंट क्या इसी से आहात होकर शत्रुघ्न सिन्हा की बिगड़ी तबीयत,कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल में कराया गया भर्ती….

सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल ने मुंबई में 23 जून को कोर्ट मैरिज कर ली शादी के कुछ दिन बाद ही यह खबर आई है। सात साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने कपल ने अपने करीबी दोस्तों और परिवार की मौजूदगी में शादी की। उनकी शादी की पहली तस्वीरें इंटरनेट पर पोस्ट होते ही तुरंत वायरल होने लगी। अफवाहें उड़ रही थीं कि सोनाक्षी सिन्हा प्रेग्नेंट हैं, लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा के अस्पताल में भर्ती होने की खबर सुन सबका मुंह बंद हो गया। शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी और अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड जहीर इकबाल से शादी की थी। शत्रुघ्न भी अपने परिवार के साथ इस शादी में शामिल भी हुए थे। वहीं सोनाक्षी-जहीर के 
रिसेप्शन पार्टी के लगभग पांच दिन यानी शुक्रवार की शाम को ये खबर मिली कि शत्रुघ्न सिन्हा को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद सोनाक्षी सिन्हा अपने पति संग अपने पापा से मिलने अस्पताल मिलने पहुंची थीं। शत्रुघ्न सिन्हा को रूटीन चेकअप के लिए मुंबई के कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालांकि उनकी स्थिति के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी नहीं दी गई थी। शत्रुघ्न सिन्हा को पिछले दो दिनों से बुखार और कमजोरी महसूस हो रही थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। दिग्गज अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा की हेल्थ को लोकर लेटेस्ट अपडेट सामने आई है। बीते दिनों खबर की अभिनेता अपने रूटीन चेकअप के लिए भर्ती हुए हैं लेकिन रविवार को बेटे लव सिन्हा ने पिता के एडमिट होने की सच्चाई बताई हैं। वहीं इंडियन एक्सप्रेस को सोनाक्षी सिन्हा के भाई लव सिन्हा ने बताया कि,'डैड को वायरल फीवर था और पिछले कुछ दिनों से उन्हें कमजोरी भी लग रही थी, जिसके कारण पापा को अस्पताल में भर्ती करने का फैसला किया गया।
 

Saturday, June 29, 2024

विश्वसनीयता व्यवसायों के लिए सबसे बड़ी पूंजी है… केंद्रीय मंत्री श्री. नितिन गडकरी

 नागपुर:- उद्योग करने के लिए पूंजी निवेशआधुनिक तकनीक और अन्य संसाधनों की आवश्यकता होती है। लेकिन उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है ईमानदारी , विश्वसनीयता ,  गुणवत्ता और पारदर्शिता। आज, इक्कीसवीं सदी में, ये चार चीजें किसी भी उद्योग के लिए सबसे बड़ी पूंजी हैं , केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नंबर 1 ने कहा। श्री। नितिन गडकरी ने आज (शनिवार) किया। आरपीटीएस ग्राउंड में आयोजित पगारिया जेबीएन महाकुंभ कार्यक्रम में नं . श्री गडकरी बोल रहे थे। कार्यक्रम में सांसद प्रफुल्ल पटेल , पूर्व सांसद अजय संचेती , महाकुंभ समन्वयक उज्जवल पगारिया , आईआईएम अध्यक्ष के. पी। गुरनानी , तेजराज 
गोलछा , गणपतराज चौधरी , राजेश चंदन , विनोद दुग्गड़ प्रमुख रूप से उपस्थित थे। श्री गडकरी ने कहा ,आज देश की जीडीपी में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 22 से 24 प्रतिशत, सेवा क्षेत्र का 52 से 54 प्रतिशत और कृषि क्षेत्र का 12 से 14 प्रतिशत है। यदि भारत को आत्मनिर्भर बनना है तो कृषि विकास दर को 25 प्रतिशत तक बढ़ाना होगा। यदि 'जल , जमीन , जंगल और जानवर  पर आधारित अर्थव्यवस्था बनेगी तो रोजगार पैदा होंगे और आर्थिक विकास दर में वृद्धि होकर भारत आत्मनिर्भर बनेगा। औद्योगिक क्षेत्र को ग्रामीण , कृषि और आदिवासी क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है  



उन्होंने यह भी बताया कि आज हमारे पास प्रौद्योगिकी और संसाधनों की कमी है,लेकिन उद्यमिता की कमी है  श्री गडकरी ने कहा ,उद्यमियों को भविष्य की चिंता करते हुए भविष्य की तकनीक के बारे में भी सोचना 
चाहिए और चीन के लक्ष्य को अपनी आंखों के सामने रखना चाहिए। भारत और चीन के बीच 15 से 20 साल का अंतर है। हमें अध्ययन करना होगा कि प्रत्येक सेक्टर में उनका टर्नओवर कितना है और अगले पांच साल के बाद कितना होगा। इसमें कुछ भी असंभव नहीं है। कुछ साल पहले हम ऑटोमोबाइल उद्योग में दुनिया में सातवें नंबर पर थे। आज हम तीसरे नंबर पर हैं। हमें यह दृष्टिकोण रखना होगा कि हम दुनिया की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनना चाहते हैं  



देश से गरीबी ,बेरोजगारी दूर की जाये तथा उद्योगकृषि एवं सेवा क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाये। निवेश बढ़ाना होगा। अगर ऐसा हुआ तो रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। अगर हम नंबर वन इकोनॉमी बनेंगे तो खूब नौकरियां भी पैदा होंगी।

शिवसेना महिला सेनेच्या वतीने मुख्यमंत्री लाडकी बहिण योजनेचे स्वागत शिवसेना महिला आघाडी जिल्हाप्रमुख सौ मनीषा पापडकर

[शिवसेना महिला आघाडी जिल्हाप्रमुख सौ मनीषा पापडकर]
नागपूर:- महाराष्ट्राचे लाडके मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहेब, पक्षनेते यांच्या आदेशानुसार शिवसेना प्रवक्त्या ,पक्ष सचिव आमदार डॉक्टर मनिषा ताई कायंदे,विदर्भ संघटक किरण भाऊ पांडव यांच्या मार्गदर्शनात जिल्हाप्रमुख सौ मनीषा पापडकर यांच्या नेतृत्वात महायुती सरकारने विधी मंडळात आज सादर केलेल्या अर्थसंकल्पात मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण ही महिला विकास योजना जाहीर केली या योजनेचे शिवसेना नागपूर महिला सेनेने जोरदार स्वागत केले.  मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजनेत २१ ते ६० वयोगटातील महिलांना दरमहा १५०० रुपये दिले जाणार आहेत.या योजनेच्या घोषणेमुळे महिला वर्गात आनंदाचे वातावरण आहे.या पूर्वी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांच्या नेतृत्वात महायुती सरकारने महिला सक्षमीकरणासाठी अनेक निर्णय घेतले होते.एस. टी प्रवासात महिलांना सरसकट ५०% सवलत लागू करण्यात आली होती. आज  मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना जाहीर झाली आहे या योजनेसाठी ४६००० कोटींची तरतूद 
केली आहे. याशिवाय पदवीपर्यंत मुलींना मोफत शिक्षण, महिला ई रिक्षासाठी अर्थसहाय्य, मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजने अंतर्गत पात्र कुटुंबाला तीन गॅस सिलेंडर मोफत देण्यात येणार आहेत, यासारखे मोठे निर्णय सरकारने घेतले आहेत. याचा थेट फायदा राज्यातील लाखो महिलांना होणार आहे.सरकारच्या या निर्णयाचे शिवसेना महिला सेनेच्या वतीने जोरदार स्वागत करण्यात आले. सरकार महिलांना आर्थिक दृष्ट्या सक्षम करण्यासाठी प्रयत्नशील आहे. आजचा निर्णय समस्त महिला वर्गासाठी महत्वाचा असल्याची भावना शिवसेना जिल्हाप्रमुख सौ मनीषा पापडकर यांनी व्यक्त केल्या .या निर्णयाचा जल्लोष करण्यासाठी शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय धंतोली नागपूर येथे  महिला पदाधिकारी यांनी फुगड्या खेळून मिठाई वाटप करून जल्लोष साजरा करण्यात आला   या कार्यक्रमाला    मनीषाताई पापडकर, अनिताताई जाधव , गायत्री वैद्य ,मीनाताई जालेकर , मनीषा पराड , मंजुषा पानबुडे ,पुनम चाडगेमाया मेश्राम कलावती दरोडे, मंदा कुकडे ,शीला तीतरमारे ,मोना शेंडे ,शितल आडके, वंदना निपाने ,लक्ष्मी बिंडे, लता बर्डे. सर्व महिला विभाग प्रमुख, महिला नेत्या, पदाधिकारी मोठ्या संख्येने उपस्थित होत्या. यावेळी  फटाके फोडून जल्लोष करण्यात आला.

नागपूरच्या राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय- एनएसएसओच्या वतीने राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस साजरा

नागपूर:- केंद्रीय सांख्यिकी आणि कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालयाच्या अंतर्गत  नागपूरच्या सेमिनरी हिल्स स्थित राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालयएनएसएसओच्या वतीने  राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवसानिमित्त एका कार्यक्रमाचे आयोजन करण्यात आले होते याप्रसंगी मुख्य अतिथी म्हणून  हिस्लॉप  महाविद्यालयाच्या वाणिज्य विभागाचे विभाग प्रमुख  डॉ. हरिओम पुनयानी यांनी सांगितले की कोणत्याही निर्णय घेण्यापूर्वी माहितीचे संकलन करणे आवश्यक असते . 'डेटा ड्रिव्हन डिसिजन मेकिंगहे कुठल्याही व्यवसायाच्या यशस्वी संचालनाकरिता महत्त्वपूर्ण  आहेअसेही त्यांनी यावेळी अधोरेखित केले.याप्रसंगी एनएसएसओ नागपूर कार्यालयाचे संचालक एलएमजडेजा यांनी 
तरुण पिढीने सांख्यिकी क्षेत्रात करिअर करणे महत्त्वाचे असल्याचे सांगून  नरेगापेंशन शिष्यवृत्ती  यासाठी माहिती विश्लेषण महत्वाचे असून ही माहिती धोरणात्मक निर्णय घेण्यासाठी वापरली जाते असे नमुद केले.सांख्यिकी शास्त्रज्ञ प्रा.प्रशांत चंद्र महालनोबीस यांच्या महत्वपूर्ण योगदानाबद्दल त्यांचा जन्मदिन '२९ जूनदरवर्षी 'राष्ट्रीय सांख्यिकी दिनम्हणून साजरा करण्यात येतो.  यावर्षीच्या  सांख्यिकी दिवसाची संकल्पना " "निर्णय क्षमतेमध्ये माहितीचा वापर वापर अशी आहे.या प्रसंगी प्रश्नमंजुषा स्पर्धा आणि क्रॉसवर्ड पझल स्पर्धा देखील आयोजित आली. या कार्यक्रमाला सांख्यिकी विभागातील अधिकारी कर्मचारी. सांख्यिकीशास्त्राचे विद्यार्थी यावेळी उपस्थित होते.

Thursday, June 27, 2024

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का संसद में अभिभाषण

नई दिल्ली:- माननीय सदस्यगण, मैं 18 वी लोकसभा के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं आप सभी देश के मतदाताओं का विश्वास जीतकर यहां आए हैं। बहुत कम लोगों को देश और जनता की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होता है।मुझे विश्वास है कि आप राष्ट्र प्रथम की भावना से अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम बनेंगे।मैं श्री ओम बिरला जी को लोक सभा के अध्यक्ष के रूप में अपनी उत्कृष्ट भूमिका निभाने के लिए शुभकामनाएं देता हूं।सार्वजनिक जीवन में उनका व्यापक अनुभव है।मुझे विश्वास है कि वे अपनी कुशलता से लोकतांत्रिक परम्पराओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सफल होंगे।माननीय सदस्यगण, मैं आज करोड़ों भारतीयों की ओर से भारत के चुनाव आयोग का भी आभार व्यक्त करता हूं।यह विश्व का सबसे बड़ा चुनाव था।लगभग 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और जोश के साथ अपना कर्तव्य निभाया।
इस बार भी महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया। इस चुनाव का एक बहुत ही सुखद पहलू जम्मू-कश्मीर से सामने आया।कश्मीर घाटी ने मतदान के कई दशकों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।पिछले चार दशकों में हमने कश्मीर में बंद और हड़ताल के बीच कम मतदान देखा है। भारत के शत्रु वैश्विक मंचों पर झूठा प्रचार करते रहे और इसे जम्मू-कश्मीर के बारे में एक राय के रूप में पेश करते रहे,लेकिन इस बार कश्मीर घाटी ने देश के भीतर और बाहर ऐसे हर तत्व को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस लोकसभा चुनाव में पहली बार घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई गई। 
मैं लोकसभा चुनाव से जुड़े सभी कर्मियों द्वारा किए गए कार्य की सराहना करता हूं और उन्हें बधाई भी देता हूं। माननीय सदस्यगण, पूरी दुनिया 2024 के लोकसभा चुनाव की चर्चा कर रही है। दुनिया देख रही है कि भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार स्पष्ट बहुमत के साथ एक स्थिर सरकार चुनी है।ऐसा छह दशक बाद हुआ है।ऐसे समय में जब भारत के लोगों की आकांक्षाएं अपने उच्चतम स्तर पर हैं, लोगों ने लगातार तीसरी बार मेरी सरकार पर विश्वास जताया है।भारत की जनता को पूरा विश्वास है कि केवल मेरी सरकार ही उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है।इसलिए, 2024 का ये चुनाव नीति, नीयत, समर्पण और निर्णयों पर विश्वास का चुनाव रहा है:-एक मजबूत और निर्णायक सरकार पर भरोसा रखें,

सुशासन, स्थिरता और निरंतरता में विश्वास,   ईमानदारी और कड़ी मेहनत पर भरोसा रखें,   सुरक्षा और समृद्धि में भरोसा, सरकार की गारंटी और वितरण पर भरोसा,  भारत के विकसित भारत बनने के संकल्प पर भरोसा रखेंयह मेरी सरकार के पिछले 10 वर्षों के सेवा और सुशासन के मिशन पर स्वीकृति की मुहर है।यह जनादेश है कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का कार्य निर्बाध चलता रहे और भारत अपने लक्ष्यों को प्राप्त करे।माननीय सदस्यगण,18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक है। इस लोकसभा का गठन अमृत काल के प्रारंभिक वर्षों में हुआ है।यह लोकसभा भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ की भी साक्षी बनेगी। मुझे विश्वास है कि यह लोकसभा लोक कल्याण के निर्णयों का नया अध्याय लिखेगी। मेरी सरकार आगामी सत्र में अपना पहला बजट पेश करेगी। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण का प्रभावी दस्तावेज होगा। इस बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।भारत के लोगों की तीव्र विकास की आकांक्षाओं के अनुरूप सुधारों की गति को और तेज किया जाएगा।मेरी सरकार का मानना ​​है कि विश्व भर से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। यह प्रतिस्पर्धी सहकारी संघवाद की सच्ची भावना है।हम इस विश्वास के साथ आगे बढ़ते रहेंगे कि देश का विकास राज्यों के विकास में निहित है।
 

'लीकेज सरकार'शर्म कारो- NEET और अयोध्या श्रीराम मंदिर में पानी टप-टप पर केंद्र की BJP नित NDA सरकार पर बरसी UBT {शिवसेना}

महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए NEET परीक्षा और अयोध्या मंदिर में पानी के रिसाव के बारे में राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास के हालिया बयान का जिक्र किया। उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य में 'लीकेज सरकारें' हैं क्योंकि परीक्षा के पेपर (एनईईटी) लीक हो गए थे और राम मंदिर के गर्भगृह में पानी रिसाव हुआ है। उन्हें कोई शर्म नहीं है। उद्धव ठाकरे ने NEET में कथित अनियमितताओं और अयोध्या श्रीराम मंदिर में पानी लीक करने समेत कई मसलों को उठाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उन्होंने गुरुवार को शुरू हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र को 
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार का 'विदाई' सत्र करार दिया। उद्धव ठाकरे ने मांग की कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कृषि ऋण माफ कर दिया जाए। इससे पहले दिन में, विधानमंडल परिसर में एनईईटी परीक्षा को लेकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से जुड़े विधायकों, जिनमें सेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) शामिल थे, ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर देश में जल संकट को लेकर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। शुक्रवार को पेश होने वाले राज्य के बजट से पहले, ठाकरे ने कहा कि बजट में आश्वासनों की बारिश होगी, लेकिन सरकार को पिछले दो वर्षों में पूरे किए गए वादों पर एक श्वेत पत्र भी पेश करना चाहिए।
इन खबरों पर कि राज्य एमपी के 'लाडली बहना' कार्यक्रम की तर्ज पर महिलाओं के लिए एक योजना शुरू करेगा, ठाकरे ने कहा कि राज्य में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए पुरुषों के लिए भी इसी तरह की पहल शुरू की जानी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने ये भी कहा,कृषि कर्ज की पूरी तरह से माफी तुरंत होनी चाहिए और इसे राज्य चुनाव से पहले लागू किया जाना चाहिए। पिछले दो सालों में राज्य में 6,250 किसानों की मौत हो चुकी है। अकेले 1 जनवरी से 1,046 किसानों ने आत्महत्या की है। किसानों के लिए घोषित 10,020 करोड़ रुपये की सहायता अभी तक जारी नहीं की गई है।

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