सोशल मीडिया
पर वायरल वीडियो में पीड़िता बच्चे की मां आरोपी दरोगा भूपेंद्र सिंह को
जूते से मारती हुई दिख रही हैं। वहीं जब मामला उच्च अधिकारीयों तक पहुंचा तो
उन्होंने कार्रवाई शुरू की। शुक्रवार शाम को आरोपी दरोगा को हिरासत में लिया गया
और उसे सस्पेंड कर दिया गया। वहीं देर रात बच्ची को दौसा जिला अस्पताल में भर्ती
कराया गया। बताया जा रहा है कि बच्ची की हालत अब कुछ ठीक है। शनिवार को पाक्सो
कोर्ट में बयान दर्ज किए गए। दरअसल राजस्थान के दौसा में शुक्रवार को
कुछ ऐसा हुआ कि कोई भी उस पर विश्वास नहीं कर पा रहा है। यहं एक दरोगा ने 4 साल की मासूम बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
यह बच्ची कोई
और नहीं बल्कि राजस्थान पुलिस में ही एक कांस्टेबल की बेटी है। मामले
का खुलासा होने के बाद आस पास के लोगों ने थाने को घेर लिया और जमकर उत्पात मचाया। जानकारी के अनुसार, आरोपी
उपनिरीक्षक भूपेंद्र सिंह ने शुक्रवार दोपहर को बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने कमरे
में ले गया और उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। इसके बाद जब बच्ची के पिता
शिकायत लेकर पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई और उनका हाथ तोड़ दिया गया। इसके
बाद आसपास के लोग थाने पहुंचे और उन्होंने खिड़की तोड़कर आरोपी एसआई को बाहर निकाला
और उसे पीटते हुए ले गए।
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो शनिवार को वायरल हुआ और
मामले ने तूल पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार, पीड़ित बच्ची के पिता ने
बताया कि वह शुक्रवार दोपहर में ड्यूटी से लौटकर अपने घर में सो रहा था। घर में
पत्नी और बच्ची थी। बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान ASI छोटेलाल
रूम पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह ने बच्ची को बहला-फुसलाकर रूम पर
बुलाया और रेप किया। बच्ची रोते हुए अपनी मां के पास पहुंची और दरिंदगी के बारे
में बताया। बच्ची ने मां को रोते हुए बताया कि अंकल (सब
इंस्पेक्टर) ने उसे 50 रुपए दिए। मां ने बच्ची के कपड़े चेक
किए तो रेप का पता चला। इसके बाद उसने पति को बताया। बच्ची का पिता शिकायत लेकर
राहुवास थाने पहुंच गया। जहां ASI छोटेलाल और कॉन्स्टेबल टीकाराम ने उसकी
डंडे से पिटाई कर दी।
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