जेनरेटिवएआई (जेनएआई) का इस्तेमाल
कर इतनी फर्जी खबरें बनाई जा रही हैं, कि
असली और फेक खबर में कोई अंतर नहीं रह गया है। ऐसी स्थिति सामने आने पर आपको क्या
करना चाहिए और कैसे कदम उठाने चाहिए, इस
बारे में टेक विस्परर के
संस्थापक और एआई एक्सपर्ट जसप्रीत बिंद्रा ने निम्न सुझाव दिए हैं-1- चेहरे के हाव-भाव पर खास ध्यान दें, अगर पलकें बिल्कुल नहीं झपक रहीं या फिर सामान्य से
ज्यादा झपक रही हैं तो यह फेक हो सकता है। 2- आप
आवाज से भी फेक वीडियो की पहचान कर सकते हैं।
अकसर फेक वीडियो में आवाज रोबोटिक
होती है या फिर आवाज से होठों की तालमेल नहीं होती। ऐसे में इसे नोटिस कर आप आराम
से नकली वीडियो को पकड़ सकते हैं। अगर यह बहुत ही असामान्य या विचित्र लगे, तो इस पर यकीन करने से पहले एक बार क्रॉस चेक जरूर
करें। 4-
किसी भी फेक खबर पर यकीन करने से पहले ये भी पता करें
कि ये खबर किससे आ रही है, किसी
विश्वसनीय स्त्रोत या फिर किसी फेक आईडी से। 1- किसी
भी सूचना के सामने आने पर उसके स्त्रोत की जांच करें। अगर कई विश्वसनीय मीडिया
आउटलेट्स पर यही खबर दिखाई जा रही हो तो यह सच हो सकती है। 2- कभी भी बिना पूरी जानकारी के असत्यापित सूचना साझा
करने से बचें।
3- अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर
प्राइवेसी सेटिंग्स को कड़ी रखें। इंटरनेट पर आपका डेटा जितना कम होगा, किसी के लिए आपकी डीपफेक बनाना उतना ही मुश्किल होगा।
4-
अगर आपका कोई डीपफेक आपको मिलता है, तो तुरंत इसकी जानकारी अधिकारियों को दें। 5- अगर कोई आपकी डीपफेक वीडियो बना उसे इंटरनेट पर डालकर
वायरल करने की धमकी दे रहा हो और आपसे बदले में पैसों की मांग कर रहा हो, तो बिना डरे सबसे पहले पुलिस में रिपोर्ट कराएं। [साभार]
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