पटाखे चलाते वक्त लोग हादसे का
शिकार हो जाते हैं। लापरवारी की वजह से पटाखों से जलने और आग लगने तक की घटनाएं घट
सकती हैं। इसलिए पटाखे चलाते वक्त बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। आपको पास में
पानी की एक बाल्टी और साथ में थोड़ा रेत रखना चाहिए, जिससे आग को बुझाया जा सके। पटाखे
चलाते वक्त सिंथेटिक या नायलॉन के कपड़े पहनने से बचें। फटने वाले पटाखों को हाथ
से कभी न चलाए। फुलझड़ी जलाने के बाद वो गर्म होती है तो उसे ऐसी गजह फेंके जहां
पैर न पड़े। पटाखे चलाते वक्त आस-
पास देखकर और
बच्चों से दूरी बनाकर ही चलाएं। अगर कोई पटाखे से जल गया है तो नारियल का तेल लगा
दें। नारियल के तेल की तासीर ठंडी होती है जिससे जलन में आराम मिलेगा। ठीक होने पर
भी नारियल का तेल लगाने से निशान नहीं पड़ेगा। पटाखे से हाथ-पैर जलने पर तुरंत
ठंडा पानी डाल दें। जलन में आराम मिलने तक उस हिस्से को पानी में डिबाकर रखें।
भूलकर भी उस जगह पर बर्फ न लगाएं। इससे खून का थक्का बन सकता है। जिससे परेशानी और
बढ़ सकती है। जले पर कच्चे आलू का रस भी लगाया जाता है।
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