कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया
गांधी ने मणिपुर हिंसा के मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर पूरी तरह से चुप्पी साध लेने का आरोप लगाया। उन्होंने
कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में समाज को बांट दिया। छह महीने से लोग पीड़ा झेल रहे
हैं, लेकिन
शांति और सुलह को लेकर कोई प्रयास नहीं हुआ। हिंसा के 6 महीने बीतने के बावजूद उन्होंने मणिपुर का दौरा करना
उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा,मिजोरम
का मेरे दिल में बहुत विशेष स्थान है। मैंने कई बार मिजोरम का दौरा किया। आपकी
परंपरा और संस्कृति, आपकी
भूमि की सुंदरता एवं समृद्धि ने मेरे ऊपर गहरी छाप छोड़ी है। मैं आज तक आपका स्नेह
और अपनापन नहीं भूली हूं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष
ने इस बात को याद किया कि
उन्होंने ऐतिहासिक मिजो करार के तत्काल बाद अपने परिवार के साथ मिजोरम का दौरा
किया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने संसद में कानून पारित करवाया, जिससे मिजोरम में वन कानून कमजोर हुए। मिजोरम में बीजेपी के कई बड़े नेता
चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से लेकर सोनिया
गांधी समेत सभी दिग्गज कांग्रेसी बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं। पूर्व अध्यक्ष
सोनिया गांधी ने निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी और आरएएस की वजह से मिजोरम,
उत्तर भारत में ही नहीं बल्कि पूरे
देश में लोकतंत्र खतरे में है।
वो विविधिता ही नहीं,
लोकतंत्र और संवाद को भी अहमियत
नहीं देते हैं। उन्होंने
कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकारों
की ओर से वादे पूरे किए
जाने का उल्लेख भी किया। उन्होंने
कहा कि मिजोरम के युवाओं और महिलाओं से अपील है कि वे शांति, समृद्धि और विकास के लिए कांग्रेस को वोट दें।
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