राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने
केंद्र और ईडी दोनों पर पलटवार करते हुए उन पर देश भर में एजेंसी की छापेमारी का
इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने और राज्य सरकारों को गिराने के लिए करने का आरोप
लगाया। सीएम गहलोत की टिप्पणी ईडी
द्वारा पिछले साल कथित पेपर लीक से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में राजस्थान
कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के बेटों को तलब करने के बाद आई। एजेंसी ने
जयपुर और सीकर में डोटासरा के घरों की तलाशी ली थी। ED ने राजस्थान के 25 से ज्यादा जगहों
पर छापेमारी की है।
मिल रही जानकारी के अनुसार ये छापेमारी कथित जल जीवन मिशन घोटाले में मनी
लांन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की जा रही है। जांच एजेंसी ने जयपुर और दौसा में 25 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है। ED ने जिन अधिकारियों के घरों पर छापेमारी
की है उनमें पीएचई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के घर भी शामिल हैं। ईडी अधिकारी मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के
तहत घोटाले से जुड़े अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों की भी जांच कर रहे हैं। ईडी
राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता
गोविंद सिंह डोटासरा से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की।
कांग्रेस विधायक ओम
प्रकाश हुडला से जुड़े परिसरों पर भी छापेमारी की जा चुकी है। ये छापेमारी
राजस्थान परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में की गई थी। पेपर
लीक मामले, मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के ज़रिए रुपयों के
लेनदेन मामलों की गुप्त शिकायतें ED को इन नेताओं
के खिलाफ मिली हैं। पिछले दिनों आरपीएसी सदस्य बाबुलाल कटारा से हुई पूछताछ, कुछ
कोचिंग संचालकों की ईडी में शिकायतों के बाद यह कार्रवाई हुई है।
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